राजकीय महाविद्यालय टनकपुर में देवभूमि उद्यमिता योजना (DUY) के अंतर्गत दो दिवसीय बूट कैंप का आयोजन 24-25 मार्च, 2025 को महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन नगर पालिका अध्यक्ष श्री विपिन वर्मा वरिष्ठ भाजपा नेता श्री रोहिताश अग्रवाल महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर अनुपम तिवारी तथा ड्यू केंद्र के नोडल डॉक्टर सुनील कुमार कटियार के करकमलों द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।
कार्यक्रम में DUY केंद्र, राजकीय महाविद्यालय टनकपुर के नोडल अधिकारी प्रो. (डॉ.) सुनील कुमार कटियार विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस बूट कैंप में DUY द्वारा आमंत्रित विशेषज्ञ श्री मनीष आर्य एवं श्री अवनीश राय ने विभिन्न विषयों पर अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन फैकल्टी मेंटर डॉ. अब्दुल साहिद खान द्वारा किया गया।
प्रथम दिवस (24 मार्च, 2025)
बूट कैंप के पहले दिन DUY के उद्देश्यों, महत्व एवं सरकारी स्टार्टअप योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने आइडिया पिचिंग डेक, वित्तीय एवं भौतिक संसाधन प्रबंधन (Financial and Material Management) तथा स्टार्टअप्स में नवाचार (Innovation in Startups) जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।


















राजकीय महाविद्यालय टनकपुर, चंपावत, उत्तराखंड 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP) – चौथे दिन की प्रेस विज्ञप्ति
दिनांक: 03 अप्रैल 2025
टनकपुर,
राजकीय महाविद्यालय टनकपुर में चल रहे 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP) के चौथे दिन का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। चौथे दिन का सत्र प्रातः 10:30 बजे प्रारंभ हुआ। प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता प्रो. (डॉ.) सुनील कुमार कटियार ने “उपलब्धि अभिप्रेरण प्रशिक्षण” (Achievement Motivation Training – AMT) और “थीम आधारित समूह निर्माण” (Theme Based Group Formation – TBGF) की व्यावहारिक उपयोगिता पर व्याख्यान दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को AMT के उद्देश्य, घटकों और प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा इसके लाभों पर प्रकाश डाला।
प्रो. कटियार ने अपने व्याख्यान में TBGF का परिचय देते हुए इसके उद्देश्यों, प्रक्रिया और लाभों को भी समझाया। इस सत्र के दौरान विद्यार्थियों ने AMT और TBGF की महत्ता को गहराई से समझा और इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
द्वितीय सत्र में DUY परियोजना समन्वयक श्री अवनीश राय ने “नवाचार” (Innovation) पर पीपीटी व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने नवाचार के विभिन्न प्रकारों एवं व्यवसाय और स्टार्टअप्स में इसकी भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने लिज्जत पापड़, पल्स कैंडी, तंदूरी टी, चाय चस्का बार तथा उत्तराखंड और भारत के अन्य सफल स्टार्टअप्स की सफलता की कहानियों को साझा किया।
कार्यक्रम के अंतिम भाग में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अनुपमा तिवारी ने भी प्रतिभागियों के साथ कई नवीन व्यावसायिक विचार साझा किए, जिससे विद्यार्थियों को अपने स्टार्टअप आइडियाज को विकसित करने में सहायता मिली।
पूरे दिन की कार्यवाही का संचालन प्रो. (डॉ.) सुनील कुमार कटियार, नोडल अधिकारी, DUY केंद्र एवं समन्वयक, COE इन आयुष एंड वेलनेस, द्वारा किया गया। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को नवाचार, उपलब्धि अभिप्रेरण और थीम आधारित समूह निर्माण की उपयोगिता को समझने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान कर रहा है, जिससे वे अपने उद्यमिता कौशल को और अधिक विकसित कर सकें।












12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP) – MARCH 29- APRIL12, 2025
पाँचवां दिन की रिपोर्ट
टनकपुर, चंपावत। राजकीय महाविद्यालय टनकपुर में चल रहे 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP) के पाँचवे दिन छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने हेतु बाजार सर्वेक्षण का आयोजन किया गया। इस दौरान कुल छात्रों को छह-छह के समूहों में विभाजित किया गया, जहाँ प्रत्येक समूह का मार्गदर्शन महाविद्यालय के प्रबुद्ध संकाय सदस्यों डॉ. विमल जोशी, डॉ. रोहित शर्मा एवं नोडल अधिकारी प्रो. डॉ. सुनील कुमार कटियार के निर्देशन में किया गया।
बाजार सर्वेक्षण के अंतर्गत छात्रों ने बाजार में व्याप्त समस्याओं की पहचान करने, उद्देश्यों को परिभाषित करने, डेटा संग्रहण की विधियाँ अपनाने, डेटा का विश्लेषण करने एवं उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार कर संभावित समाधान सुझाने की प्रक्रिया को अपनाया। यह संपूर्ण अभ्यास ग्राहक की आवश्यकताओं को समझने, प्रतिस्पर्धा का विश्लेषण करने एवं बाजार में संभावनाओं की खोज करने जैसे महत्वपूर्ण उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए किया गया।
सर्वेक्षण के दौरान छात्रों ने गगनदीप इलेक्ट्रॉनिक्स, बाटा शूज़ शॉप, क्वालिटी स्टोर, मित्तल रेस्टोरेंट एवं होटल का भ्रमण किया और वहाँ की व्यावसायिक स्थितियों का गहन अध्ययन किया। छात्रों ने विभिन्न व्यापारियों से संवाद कर उनके व्यवसाय से जुड़ी चुनौतियों एवं अवसरों को समझने का प्रयास किया।
इस संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के उद्यमिता एवं विकास योजना केंद्र के नोडल अधिकारी प्रो. डॉ. सुनील कुमार कटियार द्वारा किया गया। इस मौके पर महाविद्यालय के संकाय सदस्य एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।















आज दिनांक 7.4.2025 को राजकीय महाविद्यालय टनकपुर में देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत आयोजित सातवें दिन के उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम
प्रेस नोट
आज दिनांक 7.4.2025 को राजकीय महाविद्यालय टनकपुर में देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत आयोजित सातवें दिन के उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्रोफेसर डॉ. सुनील कुमार कटियार, नोडल अधिकारी – देवभूमि उद्यमिता योजना एवं समन्वयक – Centre of Excellence in AYUSH & Wellness की अध्यक्षता एवं समन्वय में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के प्रथम तकनीकी सत्र में डॉ. पंकज उप्रेती, सहायक आचार्य, संगीत विभाग, राजकीय महाविद्यालय टनकपुर ने प्रतिभागियों को संगीत आधारित व्यवसायिक अवसरों की जानकारी दी। उन्होंने Music Production & Studio Services, Music Streaming & Digital Platforms, Artist Management & Promotion, Music Merchandise (संगीत आधारित वस्तुएं एवं ब्रांडिंग), Music Licensing & Sync (फिल्म, टीवी, विज्ञापन हेतु संगीत अधिकार ,Wellness & Music Therapy, Event Planning & Concert Management, Content Creation & Influencer Opportunities, Music Tech Startups क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा की. डॉ. उप्रेती ने विशेष रूप से बताया कि संगीत को कैसे एक ब्रांड और व्यवसाय में बदला जा सकता है, तथा स्थानीय कलाकारों को किस प्रकार डिजिटल प्लेटफॉर्म का लाभ उठाते हुए वैश्विक मंच तक पहुँचाया जा सकता है। द्वितीय तकनीकी सत्र में डॉ. देवदत्त जोशी, निदेशक – नवयोग न्यूरोपैथी एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, एवं डॉ. नवजीत जोशी, सहायक निदेशक, ने न्यूरोपैथी एवं प्राकृतिक चिकित्सा में उद्यमिता के अवसरों पर अत्यंत व्यावहारिक जानकारी दी।
उन्होंने Neuropathy Clinics या Wellness Centers की स्थापना, Diagnostic Services, Neuropathy Supplement Brand, Telehealth / Online Consultation Platform, Herbal/Natural Product Line (हर्बल उत्पादों का व्यवसाय), Educational & Training Institute (प्रशिक्षण संस्थान), Wellness Tourism & Retreats, YouTube Channel / Podcast आधारित जागरूकता व ब्रांडिंग बिंदुओं पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया: सत्र के दौरान प्रतिभागियों को प्रत्यक्ष तौर पर विभिन्न उपकरणों व विधियों का प्रदर्शन भी कराया गया, जिससे वे इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सकें। इस सम्पूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. अब्दुल शाहिद तथा डॉ. रोहित शर्मा ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का स्वागत भाषण महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अनुपमा तिवारी द्वारा दिया गया, जिन्होंने विशेषज्ञों का अभिनंदन करते हुए उद्यमिता के क्षेत्र में विद्यार्थियों को प्रेरित करने हेतु उनके योगदान की सराहना की। कार्यक्रम के अंत में प्रो. डॉ. सुनील कुमार कटियार ने सभी विशेषज्ञों का उनके समय व अनुभव साझा करने के लिए हार्दिक आभार प्रकट किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के तकनीकी सत्र विद्यार्थियों को स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त बनाते हैं।








दसवें दिन की रिपोर्ट
राजकीय महाविद्यालय टनकपुर, चंपावत में देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत चल रहे उद्यमिता विकास कार्यक्रम के दसवें दिन विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में प्रतिभागी विद्यार्थियों को भारत के कुछ सफल उद्यमियों की कहानियों से अवगत कराया गया, जिनमें धीरूभाई अंबानी (रिलायंस इंडस्ट्रीज), कर्सनभाई पटेल (निर्मा डिटर्जेंट पाउडर), कल्पना सरोज (कमानी ट्यूब्स), फाल्गुनी नायर (नायका), बिन्नी बंसल एवं सचिन बंसल (फ्लिपकार्ट) जैसी प्रेरक शख्सियतों की सफलता यात्राओं को साझा किया गया।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में सफल उद्यमियों के साथ संवाद आयोजित किया गया, जिसमें उत्तराखण्ड की प्रसिद्ध “मशरूम गर्ल”, बालाजी वेफर्स और हेथा फाउंडेशन के संस्थापकों ने ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभागियों से संवाद किया और अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने उद्यमिता की राह में आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान के साथ-साथ नवाचार, धैर्य और समर्पण के महत्व को रेखांकित किया।
पूरे कार्यक्रम में डॉ. रोहित शर्मा ने तकनीकी सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं समन्वयन देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी तथा आयुष एवं वेलनेस में उत्कृष्टता केंद्र के समन्वयक प्रो. डॉ. सुनील कुमार कटियार द्वारा की गई। डॉ. कटियार ने दिन भर के सभी सत्रों के अतिथियों व वक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि ऐसे संवाद छात्रों के भीतर आत्मविश्वास, नवाचार और उद्यमशीलता की भावना को विकसित करने में सहायक सिद्ध होते हैं





